Woh Baarishein (Reprise)
Arjun Kanungo
Woh Baarishein (Reprise) 歌詞
कभी आ के देखो दीवारों पे मेरी तुम्हारी तस्वीरें बाक़ी हैं सारी
कभी आ के देखो जहाँ तुमसे बिछड़ा वहीं पे ठहर हूँ मैं आज भी
वो भी क्या शाम थी, बरसे थे टूट के बादल जुलाई के हर जगह
हाथों में छतरियाँ दोनों के थी, मगर भीगे थे दोनों ही बेवजह
वो बारिशें क्या हो गई? क्या हो गई वो बारिशें
तुम बेनिशाँ क्यूँ हो गए? ढूँढूँ कहाँ तुम्हें?
वो बारिशें क्या हो गई? क्या हो गई वो बारिशें?
ये दूरियाँ क्यूँ आ गई? ढूँढूँ कहाँ तुम्हें?
शामें, वो नीली सी शामें
आई तो लाई याद, तेरी याद
मैं हूँ तेरे बिना तनहा
लौटा दे मुझे वो भीगा हुआ लमहा
वो बारिशें क्या हो गई? क्या हो गई वो बारिशें
तुम बेनिशाँ क्यूँ हो गए? ढूँढूँ कहाँ तुम्हें?
वो बारिशें क्या हो गई? क्या हो गई वो बारिशें?
ये दूरियाँ क्यूँ आ गई? ढूँढूँ कहाँ तुम्हें?